नवरात्र पर हुल्लड़बाजी करने वालो पर हो दंडात्मक कार्यवाही….
जबलपुर (एन डी): वर्तमान दौर कुछ ऐसा चल रहा है कि भविय बनाने की उम्र में युवा अपने भविष्य से खिलवाड़ कर रहे है ,हालात कुछ इस तरह है 15 वर्ष से 23 वर्ष के बच्चे अपराध की दुनिया की चकाचोंध से प्रेरित होकर गैंगस्टर बनने की राह पर चलना आतुर है।
वर्तमान में सोसल मीडिया में अपराध जगत से जुड़े लोगों की रील देख कर इन्हें अपना आदर्श मानने वाले युवाओं की संख्या बढ़ती जा रही है ,मुद्दे की बात पर आते है बदमाशी का चस्का संस्कारधानी के अधिकांश नवयुवाओं को भी चढ़ा है ,ओर इसी की बानगी है के गली चौराहों में खड़े होने वाले 15 से 23 वर्ष के संजू बाबा, रघु भाई, जेब मे चाकू ओर पेट मे दारू डाले रहते है और अपनी वजनदारी बनाने किसी से भी विवाद करने लगते है।
हालांकि इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता है ऐसे असमाजिक तत्वों के सियासती वजनदारो से मधुर संबंध होते है ? और भैया ,चाचा, नाना, मौसा, इत्यादि नाम से प्रख्यात सियासती सफेदपोश कई दफा इनके सुरक्षा कवच बनकर सामने आते है ?और यही पथ भृष्ट नोनिहाल कानून व्यवस्था को हाशिये पर रख कर पुलिस विभाग को ठेंगा दिखाते है ? लेकिन वो भूल जाते है ये पुलिस है साहब तशरीफ़ का पूरा मास कानून के डंडे से सूजा देती है,
वर्तमान में आदिशक्ति के नवरात्र पर्व चल रहे है और संस्कारधानी के संभ्रांत परिवार अपनी बहू बेटियों के साथ विभिन्न दुर्गा पंडालों में दर्शन करने निकलते है ,ऐसे में ये छुटभैये तत्व हुल्लड़ ओर छेड़खनी के मंसूबो को अंजाम देते है ,विरोध करने पर जेब मे रखी चाकू निकाल कर दहशत का माहौल निर्मित करते है ,अब भला ऐसे में सभ्य व्यक्ति विवश होकर अपने घरों की ओर चल देते है ,उक्त परिस्थिति में ये कहना अतिश्योक्ति नही होगा के दिशा भटक कर अपराध के ग्लेमर में मोतियाबिंद के शिकार ऐसे युवाओं के विधर्मियो से खासे संबंध होते है और “भाई मेटर हो गया”बोलकर उन्हें आगे करते है जिससे स्थिति क्या निर्मित हो रही ये सर्वविदित है, धार्मिक पर्व पर इस बात की विशेष आवश्यकता है के जेब मे चाकू ,पेट मे शराब ,धारण किये 15 से 23 वर्ष के रघु भाइयों पर पुलिस का कानूनी डंडा चले साथ ही दंडात्मक कार्यवाही हो, सियासती आका भी अपने इन नोनिहाल स्वप्नप्रिय बदमाशो को हिदायत देकर उत्साह,आस्था,के इस पर्व की गरिमा बनाये रखने में विशेष योगदान दे।
