जबलपुर। विद्युत क्षेत्र की अग्रिम पंक्ति को साइबर सुरक्षा में सशक्त बनाने के उद्देश्य से भारत की महत्वपूर्ण सूचना अवसंरचना के रूप में मान्यता प्राप्त एम.पी. ट्रांसको के स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर जबलपुर में मध्यप्रदेश कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम भोपाल (एम.पी.-सी.ई.आर.टी.) के द्वारा एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के अंतर्गत मध्यप्रदेश के इस महत्वपूर्ण पावर सेंटर को एक सुरक्षित, सतर्क और साइबर-सुरक्षित कार्यस्थल बनाने की प्रतिबद्धता के साथ आयोजित इस कार्यशाला में सी.ई.आर.टी के प्रमुख सलाहकार श्री अंबर पांडे ने मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के कार्मिकों को विद्युत क्षेत्र में साइबर सुरक्षा के विभिन्न उपाय बताये। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग म.प्र. शासन भोपाल के अंतर्गत सी.ई.आर.टी. के भूतपूर्व सलाहकार श्री विनित तिवारी ने भी कार्यशाला में अपने अनुभव साझा किये।

कार्यस्थल पर कार्मिकों को प्रशिक्षित करना उद्देश्यः—-
कार्यशाला के संयोजक स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर के मुख्य सूचना एवं सुरक्षा अधिकारी व अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री राजेश गुप्ता ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य कार्यस्थल पर साइबर सुरक्षा से संबंधित सतर्कता और सजगता बरतने की दिशा में कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना था। कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों ने फिशिंग, डेटा प्रोटेक्शन, पासवर्ड मैनेजमेंट, ईमेल सुरक्षा, और सोशल इंजीनियरिंग हमलों से बचाव जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। कर्मचारियों को दैनिक कार्यों में सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार अपनाने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करने की सलाह दी गई। कार्यशाला में उपस्थित कार्मिकों ने इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम साइबर हमलों के बढ़ते जोखिम के बीच अत्यंत उपयोगी और समयानुकूल हैं।
